बालकुमारी मंदिर ब्रह्मपुर शहर के रेलवे स्टेशन से 30 किमी दूर स्थित है। ब्रह्मपुर तक रेल द्वारा आना इस मंदिर तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका है और फिर यहां से सार्वजनिक परिवहन या किराये की कार द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। थके हुए यात्रियों के लिए सबसे नजदीकी...
यात्रा, सैर सपाटे के क्षेत्र में जाने से पहले ही बंकेश्वरी मंदिर ने भारत भर से कई श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। मंदिर के पवित्र और आध्यात्मिक प्रसंग बाहर तक फैले हैं। यह मंदिर ब्रह्मपुर से 20 किमी दूर पूर्वी घाटों की केरंदिमल पर्वत श्रृंखला पर स्थित है।...
मां बुधी ठाकुरानी मंदिर, ठाकुरानी यात्रा नामक द्विवार्षिक त्योहार का आयोजन करता है। यह त्योहार ड़ेरा प्रमुख बुनकरों का समुदाय और उनकी पत्नी के साथ जुलूस में निकलते मां बुधी ठाकुरानी मंदिर के भक्तों के साथ शुरु होता है। पारंपरिक पोशाक में सजे, समारोह के अध्यक्ष को...
तारातरणि मंदिर, तारा और तरणि नामक दो जुड़वा देवियों को समर्पित है। यह मंदिर ब्रह्मपुर से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रुशिकुल्या नदी मंदिर के आसपास के क्षेत्र से होकर गुजरती है तथा मंदिर के साथ जुड़ी प्राकृतिक स्थिरता को बढ़ाती है। हर साल हिंदू पंचांग के चैत्र...
बंकेश्वरी हिल ओडिशा के गंजम में पड़ने वाला एक पहाड़ी स्थल है। आने वाले पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि यदि वो लोग गोपालपुर बीच जाएँ तो वो एक बार इस स्थान की यात्रा अवश्य करें। यह स्थान ब्रह्मपुर रेलवे स्टेशन से 12 किलोमीटर की दूरी पर है। ब्रह्मपुर - ड़िगपहंड़ि...
तप्तापानी का शाब्दिक अनुवाद उबलते पानी के रूप में किया जाता है। ब्रह्मपुर से 50 किमी दूर स्थित तप्तापानी एक गर्म पानी का स्रोत है। पृथ्वी ग्रह के तल पर अनगिनत गर्म पानी के स्रोत हैं और उनमें से बहुतों तक पहुंचना नहीं जा सकता। तप्तापानी काफी गहरा और व्यक्तिगत अनुभव...
ब्रह्मपुर से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारायणी मंदिर आसपास के साल और आम के पेड़ों का मनोरम दृश्य प्रदान करती है। यहां जंगलों के बीच नित्य बहने वाला झरना पोस्टकार्ड पर बनाने के लिए एक सुंदर दृश्य सृजन करता है। नारायणी के इस पवित्र मंदिर के गर्भगृह में मां दुर्गा...
कुलाड़ मां बाग देवी के आध्यात्मिक अनुयायियों के लिए एक धार्मिक स्थल है। कुलाड़ में स्थित मंदिर देवी बाग देवी को समर्पित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढियों की एक श्रृंखला चढ़नी होगी क्योंकि यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है। भक्तों को मंदिर के द्वार तक पहुंचने के...
महेंद्रगिरि एक पर्यटक स्थल है जो उड़ीसा के गजपति जिले के परालाखेमुंडी उपखंड में स्थित है। पूर्वी घाटों के अलावा, पर्वत की चोटियों के नज़ारे देखने योग्य है और शायद अन्य दृश्य, ध्वनियां और संस्कृति भी प्रस्ताव में हों। यह पर्वत की चोटी धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से...
मंत्रिदि सिद्ध भैरवी मंदिर एक देवी या शक्ति मंदिर है जो ब्रह्मपुर से 18 किमी दूर मंत्रिदि नामक एक छोटे से गांव में स्थित है। यह मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर स्थित होने के कारण उड़ीसा और आंध्र प्रदेश की सीमा के काफी करीब है तथा सामान्य रुप से दोनों राज्यों के...
बुगुड़ बिरांचिनारायम मंदिर, बुगुड़ में स्थित एक हिंदू मंदिर है, जोकि उड़ीसा के गंजाम का एक छोटा सा शहर है। कोणार्क सूर्य मंदिर के बाद बुगुड़ बिरांचिनारायम मंदिर दूसरा सूर्य (सूर्य) मंदिर है। बिरांचिनारायम मंदिर का मुख कोणार्क सूर्य मंदिर से विपरीत पश्चिम दिशा की...