बालकुमारी मंदिर ब्रह्मपुर शहर के रेलवे स्टेशन से 30 किमी दूर स्थित है। ब्रह्मपुर तक रेल द्वारा आना इस मंदिर तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका है और फिर यहां से सार्वजनिक परिवहन या किराये की कार द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। थके हुए यात्रियों के लिए सबसे नजदीकी आवास स्थान 16 किमी दूर गिरिसोल नामक स्थाम में मिल सकती है।
अधिकांश यात्री बहरमपुर में रहने पसंद करते हैं और फिर एक दिन की यात्रा कर बालकुमारी मंदिर के दर्शन करने जाते हैं। इस मंदिर तक पहंचने के लिए चकित करनेवाली 1,240 सीढ़ियां चढ़नी होंगी। इन सीढ़ियों को चढ़ना कठिन तथा निस्संदेह थकावट भरा हो सकता है, लेकिन इस में एक आध्यात्मिक महत्व भी है।
तपस्या और पूजा का विचार अति प्राचीन काल से एक दूसरे के साथ जुड़ा हुआ हैं। भारत भर के कई मंदिरों तक पहुंचना बहुत मुश्किल या थकावट भरा हो सकता है। आध्यात्मिक जीवन और एक उच्च ज्ञप्ति का रास्ता कठिन और अपेक्षादायक है। बालकुमारी की दृढ शक्तियों के विश्वासी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी उड़ीसा के कुछ हिस्सों से आते हैं। मंगलवार का दिन इस मंदिर के दर्शन करने के लिए एक धार्मिक महत्वपूर्ण दिन है।