यह कब्र शहर के पोसखेर गांव में स्थित है। इस जगह पर शाम डेड का दफनाया गया था जो एक अध्यात्मवाद से परिपूर्ण स्त्री थी और हजरत शेख नूर - उद - दीन नूरानी और बाबा लतीफ - उद - दीन काजी की शिष्य थी। शाम के समय में इस स्त्री की मौत होने के कारण इस स्थल का नाम शाम रखा गया।