यह कब्र श्रीनगर से 28 किमी. की दूरी पर स्थित है। इसे कश्मीर के ध्वज वाहक के रूप में जाना जाता है। जानकारी के लिए ज्ञात हो कि शेख नूर इस्लाम धर्म का प्रचार और प्रसार किया करते थे। उनकी मृत्यु के बाद अफगान के राज्यपाल मोहम्मद खान ने उनकी याद में यह कब्र बनवाई थी।