भागीरथी और अलकनंदा नदियों पर बना यह झूलता पुल, देवप्रयाग का प्रमुख आकर्षण है। इन पुलों से सैलानी इस पूरे शहर का सुंदर दृष्य प्राप्त कर पाएँगे।
शांता नदी के किनारे बना दशरथशिला मंदिर, देवप्रयाग का प्राचीन और प्रचलित धार्मिक स्थान है, जिसका नाम दशरथ की पुत्री के नाम पर रखा गया। किंवदंती है कि, भगवान राम के पिता, दशरथ ने यहाँ घोर तपस्या की थी। कहते हैं कि मंदिर के पास स्थित छोटी सी पहाडी, राजा दशरथ का...
चंद्रवदनी मंदिर, देवप्रयाग का प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह मंदिर शक्ति का दूसरा रूप माने जाने वाली “देवी सती” को अर्पित है। मंदिर के अंदर हिंदू देवी सती की प्रतिमा स्थापित है। पौराणिक कथा अनुसार, इस स्थान पर देवी सती का धड गिर गया, जिसके कारण उनके सारे...
देवप्रयाग का रघुनाथ मंदिर हिंदुओं का पवित्र धार्मिक स्थान है। यह प्राचीन मंदिर हिंदू भगवान राम को अर्पित है, और इस मंदिर में भगवान राम की मूर्ति के साथ सीता मैया और भाई लक्ष्मण की मूर्ति भी स्थापित है। कहते हैं कि, सालों पहले कुल्लू के राजा जगत सिंह ने इस मंदिर का...