महिमालीस्वरार मन्दिर, मन्दिर कस्बे इरोड के निकट स्थित है। यह शहर के केन्द्रीय बस स्टैण्ड से मात्र दो किमी की दूरी पर है। इस मन्दिर का महान ऐतिहासिक महत्व है और यह भगवान शिव को समर्पित है। भगवान शिव को मलीवरार के रूप समर्पित किया गया है और तीर्थयात्रियों द्वारा बहुत ही पवित्र माना जाता है।
मन्दिर के अन्य मुख्य वेदी भगवान शिव की है लेकिन यहाँ माँ शक्ति की भी वेदी है। उन्हें मरागदम्बिगाई कहा जाता है। मन्दिर के अन्दर भगवान ब्रह्मा और भगवान गणेश की भी वेदियाँ हैं। इस स्थान की दिव्यता को ही यहाँ का मुख्य आकर्षण माना जाता है। स्थानीय लोगों में इस मन्दिर को लेकर कई भ्रान्तियाँ फैली हैं।
इसके अलावा, स्थानीय लोगों की यह मान्यता है कि उनकी सुरक्षा भगवान शिव के हाथों में है और उन्हे सभी प्रकार की बाधाओ को पार करने के लिये परमात्मा से आशीर्वाद प्राप्त है।