जनार्दन मंदिर भगवान बुद्ध को समर्पित है। यह ब्रह्मपुत्र नदी के शुकलेश्वर घाट के पास शुकलेश्वर पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर के वास्तुशिल्प में हिंदू और बौद्ध धर्म की झलक देखी जा सकती है। इससे मंदिर की भव्यता और भी बढ़ जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का नवीनीकरण...
उगरातारा मंदिर को उगरो तारा मंदिर भी कहा जाता है। देवी काली को समर्पित यह मंदिर उजान बाजार स्थित जोर पुखुरी के पश्चिमी छोर पर स्थित है। उगरातारा मंदिर असम में धार्मिक आस्था का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। चूंकि यह गुवाहाटी शहर के बीचों-बीच स्थित है, इसलिए यहां आसानी...
पोबीटोरा वन्य जीव अभ्यारण्य गुवाहाटी से 50 किमी दूर मारीगांव जिले में स्थित है। यह अभ्यारण्य मुख्य रूप से एक सींग वाले गेंडे के लिए जाना जाता है। 30.8 वर्ग किमी में फैले इस अभ्यारण्य में 16 वर्ग किमी में सिर्फ गेंडे रहते हैं। चूंकि यहां बड़ी संख्या में गेंडें हैं,...
असम स्टेट जू एंड बॉटनिकल गार्डन का गुवाहाटी पर्यटन में विशेष स्थान है। 130 हेक्टयर में फैले इस जूलॉजिकल गार्डन में जीव-जंतु व वनस्पतियों की कई दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं। यह एक खास किस्म का जू है जो प्राकृतिक जंगलों में फैला हुआ है।
यहां सफेद बाघ,...
अगर आप असम की परंपरा और संस्कृति से रू-ब-रू होना चाहते हैं तो असम स्टेट म्यूजियम जरूर जाइए। यह म्यूजियम गुवाहाटी के बीचों-बीच दिघालीपुखुरी तालाब के दक्षिणी छोर पर स्थित है। यहां पुरातत्व, पुरालेख, मुद्राशास्त्र और आइकॉनोग्राफी से जुड़ी कई रोचक शिल्पकृति मौजूद है।...
गुवाहाटी तारामंडल शरह के बीचों-बीच एमजी रोड पर स्थित है। इसकी गितनी भारत सबसे बेहतरीन तारामंडल में होती है। इसका विशिष्ट गुंबद और ढालू दीवार इसे देश के अन्य तारामंडल से अलग करता है।
बाह्य अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखने वाले छात्र और लोग बड़ी संख्या में यहां आते...
विशाल ब्रह्मपुत्र के पीकाक टापू पर स्थित उमानंद मंदिर अपनी वास्तुश्ल्पिीय विशेषता के लिए जाना जाता है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का निर्माण अहोम राजा गदाधर सिंह के शासन काल में बार पुकान गढ़गन्य हंदीक्यू ने किया था। यहां हर साल फरवरी के महीने में पड़ने वाली...
प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर घूमे बिना गुवाहाटी की यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी। हिंदू धर्म के अनुसार यह 51 शक्तिपीठ में से एक है और इसकी गितनी सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से होती है। गुवाहाटी से 7 किमी दूर नीलाचल की पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर के साथ-साथ 10 महाविद्या...
गुवाहाटी का रीजनल साइंस सेंटर म्यूजियम उन 27 साइंस सेंटर में से एक है जिसका प्रबंधन भारत सरकार के नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम के हाथों में है। यह साइंस सेंटर छात्रों और विज्ञान बिरादरी के लोगों के बीच काफी चर्चित हैं। अगर आप बच्चों के साथ गुवाहाटी घूमने जा रहे...
मानस नेशनल पार्क असम का एक प्रसिद्ध पार्क है। इसे यूनेस्को नेचुरल वर्ल्ड हेरिटेज साइट के साथ-साथ प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व, बायोस्फियर रिजर्व और एलिफेंट रिजर्व घोषित किया गया है। यह हिमालय के फुट्हिल पर स्थित है और भूटान तक फैला हुआ है, जहां इसे रॉयल मानस नेशनल पार्क...
प्रसिद्ध भुवनेश्वरी मंदिर नीलाचल की पहाड़ी पर स्थित है। इसे भुवनेश्वरी देवी के सम्मान में बनवाया गया था। हिन्दू धर्म के अनुसार भुवनेश्वरी देवी 10 महाविद्या देवी में चौथी देवी है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच करवाया गया था।
...गुवाहाटी आने वाले पर्यटकों के बीच सुकरेश्वर मंदिर सबसे ज्यादा घूमा जाने वाला पर्यटन स्थल है। 1744 में अहोम राजा प्रामत्ता सिंह द्वारा बनवाया गया यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में राजा राजेश्वर सिंह (1744-1751) ने भी योगदान दिया था और इस मंदिर का असम...