प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर घूमे बिना गुवाहाटी की यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी। हिंदू धर्म के अनुसार यह 51 शक्तिपीठ में से एक है और इसकी गितनी सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से होती है। गुवाहाटी से 7 किमी दूर नीलाचल की पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर के साथ-साथ 10 महाविद्या को समर्पित 10 अलग-अलग मंदिर हैं।
त्रिपुरासंदरी, मतांगी और कमला की प्रतिमा जहां मुख्य मंदिर में स्थापित है, वहीं 7 अन्य रूपों की प्रतिमा अलग-अलग मंदिरों में स्थापित की गई है, जो मुख्य मंदिर को घेरे हुए है।
कामाख्या मंदिर में जून मध्य में अम्बुबाची मेला नाम से एक धार्मिक उत्सव का आयोजन किया जाता है। इसके जरिए कामाख्या देवी (देवी काली का एक रूप) की वार्षिक ऋतुचक्र को श्रद्धांजली दी जाती है। इस दौरान पूरे देश से यहां तांत्रिक संत आते हैं। साथ ही इस मंदिर में दुर्गा पूजा और मनाशा पूजा भी मनाया जाता है। इस बात का ध्यान रहे कि सिर्फ हिंदू ही कामाख्या मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकते हैं।