हेलाबाज़ार में स्थित श्री महाप्रभुजी की बैठकजी एक हिंदू मंदिर है तथा इसका निर्माण महा प्रभुजी के शासन काल में हुआ था। भारत में महाप्रभुजी की कुल 84 बैठकें हैं। इस मंदिर में मुख्य रूप से भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित है। पूरे विश्व से बड़ी संख्या में वैष्णव कठिन...
बटेश्वरनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है तथा बिहार का प्राचीन मंदिर है। यह हाजीपुर के पूर्व में स्थित है। यह मंदिर मुग़ल काल से यहाँ स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की उत्पत्ति हज़ारों वर्ष पुराने बरगद के वृक्ष के बीच से हुई तथा अनेक लोग यह मानते हैं कि यह...
महात्मा गांधी सेतु विश्व के सबसे बड़े सेतुओं में से एक है जिसका उद्घाटन 1982 में हुआ था। यह पुल गनग नदी पर बना है तथा पटना को हाजीपुर से जोड़ता है। इसकी लंबाई 5,575 मीटर है तथा यह 48 स्तंभों पर खड़ा हुआ है। यह पुल इस संपूर्ण क्षेत्र के परिवहन की गति बढ़ाने और ट्रेफिक...
वैशाली महोत्सव एक त्योहार है जो जैनियों के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के सम्मान में मनाया जाता है। वैशाली एक प्राचीन गाँव है जो हाजीपुर के उत्तर – दक्षिण में 35 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह स्थान पुरातात्विक स्थानों के लिए जाना जाता है जिसमें बुद्ध स्तूप,...
सोनेपुर हाजीपुर के सामने स्थित है। अक्टूबर – नवंबर के महीनों में यहाँ प्रतिवर्ष पूर्णिमा के दिन से, जिसे कार्तिक दिवस भी कहा जाता है, पंद्रह दिनों तक यहाँ पशु मेला भरता है। सोनपुर बहुत प्रसिद्ध है तथा एशिया के बड़े मेलों में से एक है। यह मेला पशुओं तक ही...
कौन हारा घाट गंगा – गंडक नदियों के प्रमुख घाटों में से एक है जहाँ सदियों से कई हिंदू अनुष्ठानों के लिए और अंतिम संस्कार के लिए आते हैं। इस घाट का नाम एक प्राचीन कथा पर पड़ा है जिसके अनुसार जब गज (हाथी) और ग्राह (मगरमच्छ) के बीच एक लड़ाई हुई जिसमें अपने भक्त...
रामचौरा मंदिर हाजीपुर पर्यटन का प्रमुख गंतव्य स्थान है। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है। जनकपुर जाते समय रास्ते में इस मंदिर की सैर की जा सकती है तथा यह उस स्थान पर बनाया गया है जहाँ ज़मीन पर भगवान के पदचिह्न मिले थे। किवदंतियों के अनुसार इस स्थान पर भगवान राम का...
नेपाली मंदिर हाजीपुर के पश्चिम क्षेत्र में स्थित है तथा एक अद्वितीय शैव मंदिर है। इस भव्य मंदिर के निर्माण का श्रेय मठबार सिंह थापा को जाता है जो मध्यकालीन युग में नेपाल के कमांडर (सेनापति) थे। इस मंदिर की वास्तुकला प्रशंसनीय है क्योंकि यह वास्तुकला की पगोड़ा शैली...
जधुआ रोड़ पर स्थित पातालेश्वर मंदिर हाजीपुर शहर के चकित कर देने वाले चमत्कारों में से एक है तथा यह देवों के देव भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर प्राचीन काल से है। ऐसा विश्वास है कि किसी समय भगवान शिव यहाँ प्रकट हुए थे तथा उन्होंने हमेशा के लिए इस स्थान पर ही एक...