त्रिपुर सुंदरी मंदिर मध्यप्रदेश के जबलपुर से 13 किमी दूर तेवर गांव में भेड़ाघाट रोड पर स्थित है। जबलपुर का प्रमुख आकर्षण होने के अलावा इस मंदिर को काफी पवित्र माना जाता है और यह धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र है। 11वीं शताब्दी में बने इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां जो मूर्ति है वह धरती के अंदर से प्रकट हुई थी।
त्रिपुर का शाब्दिक अर्थ होता है ‘तीन शहर’ और सुंदरी का अर्थ होता है ‘खूबसूरत महिला’। ऐसे में इस मंदिर का अर्थ निकाला गया- तीन शहरों की खूबसूरत देवियां। हालांकि ऐसा कहा जाता है कि शक्ति के सिद्धांत में देवी के जो तीन रूप पाए जाते हैं, वही सही व्याख्या है और इसमें देवी की शक्ति और सामर्थ को प्रतीक के तौर पर लिया गया है।
पूरे साल यहां हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। खासकर 10 दिवसीय दुर्गा पूजा या दशहरा उत्सव के दौरान यहां भारी भीड़ उमड़ती है। संतों और धार्मिक गुरुओं में त्रिपुर सुंदरी मंदिर विशेष स्थान रखता है।