श्रीकालाहस्ती का सहस्र लिंग मंदिर देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस मंदिर के साथ कई मिथक एवं किंवदंतियां जुड़ी हैं और यह शहर का एक प्रमुख मंदिर माना जाता है। यह मंदिर सजीव ढंग से एक जंगल के बीच स्थित है तथा इस मंदिर की पृष्ठभूमि में एक...
श्रीकालाहस्ती का श्री चक्रेश्वर स्वामी मंदिर को दक्षिण भारत में सबसे बड़े निहित लिंग का गौरव प्राप्त है। यह मंदिर हिंदू भगवान शिव को समर्पित है और शहर के पास एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर की खोज 1960 में हुई खुदाई के दौरान हुई जब एक किसान ने मंदिर के...
श्री कणप्पा मंदिर, श्रीकालाहस्ती शहर की एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है और इसके साथ एक बहुत ही रोचक कथा जुड़ी है। श्रीकालाहस्ती का यह मंदिर भगवान शिव के एक असाधारण भक्त को समर्पित है जो भक्त कणप्पा के नाम से जाना जाने लगा। इन्हें महाभारत के पांडव अर्जुन का अवतार...
श्रीकालाहस्ती का चतुर्मुखेश्वर मंदिर एक छोटा सा मंदिर है जो भगवान शिव और ब्रह्मा की पूजा को समर्पित है। इस स्थान के साथ जुड़ी भगवान शिव और भगवान ब्रह्मा की शानदार कथाएं इस मंदिर को एक देखने योग्य स्थान बनाते हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने...
श्रीकालाहस्ती का श्री सुब्रमण्या स्वामी मंदिर भगवान मुरुगन को समर्पित है। यह मंदिर शहर के मध्य में स्थित है और यहां तक सड़क मार्ग द्वारा बड़ी आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह मंदिर आदि क्रितिका त्योहार के लिए प्रसिद्ध है जो हर साल इस मंदिर में भक्ति भाव और उत्साह के...
भारद्वाज तीर्थम, कालाहस्ती मंदिर की पूर्वी दिशा में एवं तीन पहाड़ियों के बीच में स्थित है। इस स्थान को यह नाम त्रेता युगे (हिंदू धर्म का प्राचीन काल) के मुनि भारद्वाज के नाम से प्राप्त हुआ है। तीर्थम का स्थान एक सुरम्य घाटी है जो हरे भरे पहाड़ों के दृश्य को प्रदान...
श्रीकालाहस्ती का दुर्गांबिका मंदिर देवी दुर्गांबिका को समर्पित एक बहुत प्राचीन मंदिर है। हिंदू देवी के अधिकांश मंदिरों की तरह, इस मंदिर को भी एक छोटी सी पहाड़ी की चोटी पर बनाया गया है। यह मंदिर कालाहस्ती मंदिर की उत्तरी दिशा में स्थित है और समुद्र तल से 800 मीटर...
वेइलिंगल कोण झरना, श्रीकालाहस्ती के निकट स्थित है तथा शहर से करीब 8 किमी दूर है। यह झरना एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है क्योंकि यह प्रकृति का अद्भुत मनोरम दृश्य प्रदान करता है। इस झरने में एक डुबकी लगाए बिना जाना संभव नहीं है और आप यहां बूढ़े और जवान दोनों को स्नान का...
श्रीकालाहस्ती का प्रसन्ना वरदराजा स्वामी मंदिर दक्षिण भारत के प्रमुख एवं प्रसिद्ध मंदिरों में से एक के रुप में माना जाता है। यह मंदिर श्रीकालाहस्ती मंदिर के बहुत निकटता स्थित है। वास्तव में, प्रसन्ना वरदराजा स्वामी मंदिर को श्रीकालाहस्ती मंदिर का एक उप-वर्ग माना...
नाम से पता चलता है कि कालाहस्ती मंदिर, आंध्र प्रदेश के श्रीकालाहस्ती शहर में स्थित है। यह भगवान शिव के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। यह मंदिर तिरुपति से 36 किलोमीटर की दूरी पर है और यह प्रसिद्ध वायु लिंग का स्थल है जो पांच तत्वों में से एक का प्रतीक है, यह...
श्रीकालाहस्ती का श्री दुर्गा मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है जिन्हें 'शक्ति' के दिव्य रूप में माना जाता है। यह एक बहुत प्राचीन मंदिर है जो हर साल हजारों श्रदालुओं को आकर्षित करता है। यह मंदिर 800 मीटर ऊंची एक छोटी सी पहाड़ी पर बनाया गया है और कालाहस्ती मंदिर की...
श्रीकालाहस्ती में खरीदारी एक सुखद अनुभव है और निश्चित रूप से सभी के लिए सिफारिशदायक है। यह स्थान अपनी चित्रकला शैली के लिए बहुत प्रसिद्ध है जो कलमकारी के नाम से जानी जाती है। इस चित्रकला शैली की अनूठी बात यह है कि इसे केवल प्राकृतिक और सुरक्षित रंगों के उपयोग से...