बगलमुखी मंदिर कांगड़ा जिले के एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। कई भक्त यहाँ हर रोज हिंदू देवी बगलमुखी की पूजा करने आते हैं, जिन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं में दस बुद्धि की देवी में एक माना जाता है।
धर्मशाला-कांगड़ा-चंडीगढ़ राजमार्ग की सड़क पर स्थित यह मंदिर कांगड़ा में कोटला किले के द्वार पर स्थित है। नाम बगलमुखी शब्द बगल और मुख से आया है जिनका मतलब क्रमशः लगाम और चेहरा है।
इस प्रकार, व्युत्पत्तिशास्त्र द्वारा इस नाम का अर्थ है 'एक चेहरा जो शासन की शक्ति है'।