अगर पास में समय हो तो कोदाचादरी जाते समय पर्यटकों को नगारा फोर्ट ज़रूर देखना चाहिए, जिसको बिदनुर फोर्ट भी कहते हैं। कोदाचादरी के पहाड़ों से यह जगह करीबन 25 किलोमीटर दूर है। केलादी वंश कि संपत्ति, यह फोर्ट 18 वीं शताब्दी में खड़ा किया गया; इस जगह का कुछ भाग नष्ट हो गया है जबकि कुछ भाग को लाल ईंट कि मदद से दुबारा बनाया गया है।
लिंगानामाक्की बांध का अप्रवाही जल, शरावाठी नदी पर बना और घने जंगल वाला क्षेत्र जो इस किले को घेरे हुए है एक प्राकृतिक दृश्य उत्पन्न करता है। पर्यटक यहां पर शिवप्पा नायक के 'दुर्बार हॉल' के छोटे नींव देख सकते हैं। एक सूखा कुआं और छोटी गुफाएं जो हमले के समय शाही परिवार के सुरक्षित प्रस्थान के लिए काम आई थी, यहां देखी जा सकती हैं।
फोर्ट एक ऊंचे प्लेटफ़ॉर्म पर स्थित होने के कारण आस पास के सुन्दर वातावरण का अच्छा नज़ारा पेश करता है। इसके साथ ही अद्भुत वेस्टर्न घाट्स के भी दर्शन होते हैं।