एल्क जलप्रपात कोटागिरी से 7 किलोमीटर दूर स्थित हैं, तथा यद्पि नाम का अर्थ कुछ और है, क्योंकि इसका वास्तविक एल्क से बहुत कम लेना देना है। इसलिए इस स्थान पर आप इस उम्मीद से न जाएं कि आपको बारहसिंगा के झुंड चरते नजर आयेंगे, अन्यथा आपको निराशा ही हाथ लगेगी।
हालांकि, वहां आपको जो नजारा देखने को मिलेगा, वह आपको सम्मोहित कर देने वाला है। एल्क फाँल्स को देखने आने वालों को यहां ब्रिटिश राज के दौर के पश्चिमी शैली में बने घर उनका स्वागत करने को तैयार हैं। यहां की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय मानसून के दौरान है, क्योंकि इस समय नजदीक की कूकल घाटी नारंगी फूलों से लकदक होती है।
निश्चित तौर पर यह दृश्य देखने लायक है। एल्क फाँल्स यूलाथी गांव के नजदीक स्थित हैं। वाटर फाँल्स वास्तव में आंखों को सुकून पहुंचाते हैं। तूफानी शक्ति से गिरते पर्वतीय जल की धारा वाला यह जलप्रपात इस स्थान तथा इसके आस-पास के स्थानों को आभा से भर देते हैं।