श्रृंगी ऋषि ज्ञानी कश्यप वंश के प्रसिद्ध ऋषि थे और भारत के इतिहास में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सरयू नदी के तट पर लक्षमण घाट के निकट श्रृंगी ऋषि का आश्रम बनाया गया है।
गंगा नदी के तट पर बसा बाराहिया शहर एक विकसित तथा अत्याधुनिक शहर है। बाराहिया के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती है जोकि सभी प्रकार की दालों और रबी फसल के इर्द-गिर्द घीमता रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 80, दिल्ली-कोलकाता राजमार्ग और प्राचीन ग्राण्ड ट्रंक रोड शहर को अन्य...
माँ भगवती के भक्तों के लिये भगवती स्थान एक प्रमुख तीर्थ स्थान है। पहाड़ी के ऊपर स्थित होने के कारण यह स्थान न केवल अपने आध्यात्मिक महत्व से पर्यटकों को आकर्षित करता है बल्कि अपने शान्त स्थिति के कारण भी लोकप्रिय है। नागपंचमी के दौरान यह स्थान हर्षोल्लास के मद में...
अभिनाथ स्थान नोनगढ़ का आकर्षक स्थान है जोकि एक पहाड़ी पर स्थित है। पौराणिक और स्थानीय लोगों की मान्यता के अनुसार अभिनाथ बाबा के पास हर मर्ज की दवा थी। उन्होंने पूरे जीवन भर नोनगढ़ के लोगों को दवाइयाँ दी। जो लोग उन्हें सम्मान देना चाहते हैं इसके लिये एक मन्दिर का...
नोनगढ़ लखीसराय से 10 किमी की दूरी पर स्थित है और एक ऐसा खुदाई का स्थान है जो प्राचीन भारतीय इतिहास की झलक दिखाता है। इस स्थल से बलुये पत्थर से तराशे गये देवी-देवताओं की कई प्रतिमायें मिली हैं जिनसे यह पता चलता है कि नोनगढ़ शहर कई युद्धों का साक्षी रहा है।
राजौना को चीनी यात्री ह्वेनसाँग द्वारा एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थान के रूप में उल्लेख किया गया है और कई बौद्ध मठों का घर है। यह शहर पाल वंश के अन्तिम शासक इन्द्रदमन की राजधानी था। यहाँ पाये जाने वाले खण्डहरों और अवशेषों से स्पष्ट हो जाता है कि राजौना का विशिष्ट...