1857 मेमोरियल म्यूजियम, भारत की आजादी की लड़ाई में लोगों की भागीदारी की झलक दिखाता है। यहां आकर संग्रहालय में देखने से पता चलता है कि गुलामी के दिनों में लखनऊ के निवासियों ने आजादी की पहली लड़ाई में कितनी अह्म भूमिका निभाई थी। यह भली - भांति जाना जाता है कि लखनऊ, ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह व अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं और आजादी की लड़ाई में उपरिकेंद्र की भूमिका में था।
यह संग्रहालय, रेजीडेंसी भवन के उपभवन में स्थित है और यहां स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान की कई वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाता है। इस संग्रहालय में रेजीडेंसी में हुई खुदाई के दौरान निकलने वाली कई कलाकृतियों, एक लोडेड रिवाल्वर, चीनी मिट्टी के बर्तन, वाइन की बोतलें, दस्तावेज, फोटोग्राफ, पेंटिग्स, ढ़ाल, लिथोग्राफ, हथियार, तोप में भरे जाने वाले गोले, बंदूक और तोप, बैज आदि रखे गए है और यहां अन्य सामान भी यादगार के रूप में रखे गए हैं।
इस संग्रहालय में सभी वस्तुओं को एक व्यवस्थित ढंग से प्रदर्शित किया गया है और आजादी के संघर्ष की घटनाओं का भी वर्णन अच्छे से किया गया है। यहां कई नक्शे भी हैं जो लखनऊ की लोकेशन के बारे में और रेजीडेंसी के मॉडल को भी दर्शाते हैं।
यह संग्रहालय, पूरी इमारत में नीचे के फ्लोर में और बेसमेंट में फैला हुआ है। यहां ग्राउंड फ्लोर पर चार गैलरी और बेसमेंट में सात गैलरी हैं।