श्री काशी विश्वनाथ स्वामी मंदिर, कावेरी नदी के तट पर स्थित है जो थुला घाट पर बना है और दक्षिण के काशी के नाम से जाना जाता है। विश्वनाथस्वामी का शाब्दिक अर्थ होता है - विश्व का स्वामी। दक्षिण के निवासी अगर किसी कारणवश काशी तक नहीं जा पाते है तो वह इसी मंदिर के दर्शन करके काशी के दर्शन कर लेते है।
इस मंदिर को उत्तर के काशी के समान मान्यता प्राप्त है। माना जाता है कि यहां आकर कावेरी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। पूरे देश से श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते है। माना जाता है कि इस मंदिर में स्वंय भगवान शिव ने मोक्ष पाने का रास्ता दिया है। काशी की तरह यहां भी लोग अपने प्रियजनों की अस्थिओं का विर्सजन कर सकते है।
कावेरी नदी के तट पर स्थित होने के कारण यह मंदिर वाराणसी के कारशी जितना ही महत्व रखता है। इस मंदिर में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है।