बागोट का बहुत धार्मिक महत्व है। यह महेंद्रगढ़ से लगभग 25 किमी. की दूरी पर स्थित है। इसके प्रसिद्ध होने का प्रमुख कारण यहाँ का शिव मंदिर है। शिवरात्रि के धार्मिक अवसर पर यहाँ बहुत बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। अनेक लोग अपनी इच्छापूर्ति के लिए यहाँ आते हैं। जब उनकी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं तो मेले के एक सप्ताह पहले वे लोग हरिद्वार जाते हैं और वहां से दो छोटे घड़ों जिन्हें कांवर कहा जाता है, में गंगा नदी का पवित्र जल लाते हैं।
हरिद्वार से बागोट की पूरी यात्रा पैदल ही की जाती है। इस यात्रा के दौरान लोग घड़ों को ज़मीन पर नहीं रखते क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से जल अपवित्र हो जाता है। बागोट पहुँचने पर वे यह जल भगवान शिव की पत्थर की मूर्ति पर छिड़कते हैं।