हरियाणा सरकार द्वारा गठित बैटल आफ पानीपत मेमोरियल सोसायटी ने पानीपवत की तीन लड़ाइयों और देश के समग्र इतिहास पर उनके प्रभाव के लिए महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को उजागर करने के लिए एक संग्रहालय बनाया गया है। पानीपत संग्रहालय की स्थापना का उद्येश्य तीन लड़ाइयों के परिणामों से उत्पन्न कला, इतिहास, शिल्प और पुरातत्व के बारे में जानकारी प्रदान करना भी था।
संग्रहालय में मूर्तियाँ, एंटीक वस्तुएं, हथियार, मिट्टी के बर्तन, गहनें, महत्वपूर्ण दस्तावेज़, पांडुलिपियाँ, कला और शिल्प की वस्तुएं, हस्तशिल्प, नक्शे, लेख, फोटो, स्लाइड सहित और भी बहुत कुछ प्रदर्शित किया गया है जो देश के उन बेटों की देशभक्ति और वीरता पर प्रकाश डालती हैं जिन्होंने मूस्लिम आक्रमणकारियों को बाहर निकालने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया था।
इस संघर्ष में अनेक सम्मानित नाम जैसे- हरियाणा में रेवाड़ी से एक स्थानीय नायक,सम्राट हेमचंद विक्रमादित्य, राजस्थान में भरतपुर के राजा सूरजमल, पटियाला के महाराज और सदाशिव राव भाऊ, तुकुज शिंदे, विश्वास राव पेशवा जैसे मराठा नायकों सहित अनगिनत अन्य वीर शामिल हैं। पानीपत संगहालय बिनिझोल के केनाल रेस्ट हाउस से 5कि.मी. दूर स्थित है।