तिरूमूर्थि पहाड़ी, तिरूमूर्थि बांध के समीप ही स्थित है। इस पहाड़ी पर अमारालिंगेश्वर मंदिर और तिरूमूर्थि झरना बहता है। विद्धानों का मानना है कि अथारी महर्षि और उनकी पत्नी अनुसुइया इसी पहाड़ी पर रहते थे जहां तीनों भगवान उनकी भक्ति का परीक्षण लेने आएं थे। भगवान ने माता अनुसुइया को नग्न अवस्था में देखने को कहा तो माता ने अपने प्रताप से तीनों को बालक बना दिया और उन्हे स्तनपान करवाया। भगवान ने उन्हे आर्शीवाद दिया और उस पहाड़ी का नाम उनके नाम पर रख दिया गया।