शिवसागर से 4 किलोमीटर दूर और शहर से बाहर तलातल घर एक महल है जो अहोम राजवंशों का निवास था और आज भी आप यहां इन शासकों के महल देख सकते हैं। बताया जाता है कि ये महल अहोम वंश के दौरान बनाया गया भव्य स्थापत्य चमत्कार में से एक है जो आर्किटेक्चर का एक बेहतरीन नमूना है।
अहोम राजवंशों ने जितनी भी इमारतें बनवाई हैं उनमें से इसका शुमार विशाल इमारतों में किया जाता है। इस महल का निर्माण अहोम राजा स्वर्गदेओ रूद्र सिंह द्वारा तब कराया गया था जब राजा ने अपनी राजधानी का स्थानांतरण गढ़गओं से रंगपुर (जिसे अब सिबसागर कहते हैं) की तरफ किया था।
इस महल का निर्माण 1698 में शुरू हुआ था जिसे 1702- 3 के बीच खत्म किया जा सका। यह महल एक सात मंजिला ईमारत है जिसमें 3 मंजिला खंड जमीन के नीचे था जिसमें राजा अपनी प्रजा के लिए आवश्यक सामान रखवाता था।
राजा की मृत्यु के बाद उनके वंशज भी इसी महल में निवास करते थे। ये शान असम का एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन है जो अहोम राजाओं की दास्तां बताता है। इस महल के सिद्धांत, सीढ़ी और महल की छत पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र है।