सिमडेगा से 28 किमी दूर स्थित रामरेखा धाम एक पवित्र स्थान है। जब भगवान राम 14 साल का बनवास काट रहे थे, तभी माता सीता और लक्ष्मण कुछ समय के लिए यहां ठहरे थे। रामरेखा धाम के कुछ वास्तुशिल्पीय संरचना में अग्नि कुंड, चरण पादुका, सीता चुल्हा और गुप्त गंगा शामिल है। कार्तिक पुर्णिया के मौके पर यहां हर साल एक मेले का आयोजन किया जाता है।