तारा बाबा की कुटिया वास्तव में एक बड़ा और सुंदर मंदिर परिसर है। इसे श्री तारा बाबा की स्मृति में उनके सम्मान में बनवाया गया था। यह कुटिया, सिरसा से 7 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस कुटिया परिसर में मंदिर, एक पानी की संरचना और भगवान शिव की त्रिशुल धारण किए बड़ी मूर्ति है।
यह मंदिर, हरे - भरे प्राकृतिक दृश्यों और खूबसूरत से सजी लॉन के बीच में स्थित है। तारा बाबा मंदिर के संस्थापक की मृत्यु, जुलाई 2003 में हो गई थी। इस कुटिया में विभिन्न धर्मो के कई त्यौहारों व पर्वो जैसे - जन्माष्टमी, नवरात्रि, दीपावली, महाशिवरात्रि और अन्य को धूमधाम से मनाया जाता है।
इसके अलावा, यहां व्याख्यान, कीर्तन, धार्मिक मंत्रोच्चार, जागरण, भजन संख्या - संगीत सभा आदि का भी आयोजन किया जाता है। इस कुटिया में सभी प्रकार के धार्मिक और मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। प्रमुख कलाकार और गायक, त्यौहारों के दौरान अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए यहां आमंत्रित किए जाते है।
बाबा के अनुयायी न केवल भारत के है बल्कि बाहरी देशों में भी उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करने वालों की कमी नहीं है। इसके अलावा, राजनीति दलों और सामाजिक समूहों के प्रमुख नेता भी बाबा को मानते है।