यह सूरत के राज्यपाल, ख्वाजा सफर सुलेमान की दफनगाह है। यह मकबरा 1540 में उनके बेटे ने बनवाया था और इसपर पारसी वास्तुकला का प्रभाव है।
यह सूरत के राज्यपाल, ख्वाजा सफर सुलेमान की दफनगाह है। यह मकबरा 1540 में उनके बेटे ने बनवाया था और इसपर पारसी वास्तुकला का प्रभाव है।