थेनजोल मिजोरम में सबसे आकर्षक गांवों में से एक है, जिसे हर पर्यटक की पथप्रदर्शक पुस्तक में होना चाहिए। सरछिप जिले के प्रशासन के दायरे में आने वाला, थेनजोल एक समय पर सिर्फ एक घना जंगल हुआ करता था। थेनजोल मिजोरम की राजधानी - आइजोल से करीब 43 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
1961 तक, थेनजोल पूरा घना जंगल था, जहां नियमित रूप से जंगली जानवर दिखाई देते थे। हालांकि, 1961 के बाद, वन साफ कर दिये गये, वहां खेती की जाने लगी और फिर बसाया गया। यह माना जाता है कि बेगुअइया सायलो ने 1963 में कभी गांव बनाया था। बसने के उन शुरुआती दिनों से, आज तक थेनजोल अपने मिजो हथकरघा उद्योग के लिए जाना जाता है।
थेनजोल में एवं आसपास के पर्यटक स्थल
इसमें कोई दो राय नहीं है कि, थेनजोल सर्वोत्कृष्ट पर्यटन स्थल है। थेनजोल पर्यटन उन लोगों के लिए है जो, अनोखी यात्रा करना चाहते हैं। यह बाकियों से हट कर एक गांव है, जो वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध है। थेनजोल पर्यटन में कम, लेकिन लुभावने पर्यटक स्थल हैं। वानतांग झरना मिजोरम में सबसे बड़े झरनों में से एक है, जबकि थेनजोल हिरण पार्क कई प्रकार के हिरणों के लिए घर है। ऐसा माना जात है कि यहां च्वांगचिल्ही गुफा के नाम से प्रसिद्ध एक गुफा है, जो एक महिला और एक साँप की प्रेम कहानी की गवाह थी। यहां तुअलवुंगी थलन प्रसिद्ध है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यहां एक महिला ने अपने पहले प्यार, अपने पहले पति की कब्र के बगल में खुद को दफनवाया था।
थेनजोल तक कैसे पहुंचे
थेनजोल आइजोल से लगभग 43 किलोमीटर पर स्थित है और राज्य से गांव के लिए नियमित बसें चलती हैं। पर्यटक आइजोल हवाई अड्डे तक हावाई यात्रा करके फिर सड़क मार्ग द्वारा थेनजोल जा सकते हैं। थेनजोल तक पहुँचने के लिए आइजोल से सीधे स्थानीय कैब बुक करना भी संभव है।
थेनजोल का मौसम
थेनजोल में साल भर एक सुखद और संतुलित मौसम रहता है। गर्मियों में बहुत गर्म नहीं होती है, मानसून में भारी वर्षा होती है, जबकि सर्दियों में सूखा और धूप रहती है। पर्यटक साल भर में कभी भी थेनजोल की यात्रा कर सकते हैं।