कोदंडा राम स्वामी मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में चोल राजाओं द्वारा किया गया। भगवान राम को समर्पित इस मंदिर में भगवान राम के साथ सीता और लक्ष्मण की भी मूर्तियाँ हैं। किवदंती है कि लंका से लौटते समय भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के साथ इस मंदिर में रुके थे।
नरसिंह राजा मुदलियार ने इस मंदिर के निर्माण का काम प्रारंभ किया तथा इसकी वास्तुकला की शैली विजयनगर वास्तु शैली से प्रेरित है। दीवारों के ऊपर के त्रिकोणी भाग को सिंहलता से सजाया गया है। विमान कुटा, पंजारा, साला, कूटेंकंपास एकताला प्रकार की संरचनाएं हैं। ताल के ऊपर के फलकों पर चारों कोनों में शेर बने हैं। शिखर गोल है तथा इसके ऊपर धातु का एक कलश रखा हुआ है।