रसिया की टेकडी टोंक शहर का प्रमुख पर्यटन आकर्षण है। एक लोककथा के अनुसार इस स्थान का नाम एक कायस्थ प्रेमी के नाम पर पड़ा जो इस स्मारक पर प्रेमगीत गाता था। वर्ष 1859 में श्री अंबाजी महाराज ने इसका पुनर्निर्माण करवाया और उसके बाद टोंक के गवर्नर ने कायस्थ प्रेमी की याद को ताज़ा रखने के लिए इस स्मारक को संरक्षित किया।