कावरी नदी पर निर्मित कल्लानाई बाँध को ग्राण्ड अनीकट के नाम से भी जाना जाता है। बाँध 146.70 वर्ग किमी का क्षेत्र घेरता है। इस बाँध को चोल वंश के शासक करीकलन द्वारा पहली शताब्दी ईसा पूर्व में निर्मित कराया गया था और इसे विश्व के प्राचीनतम पानी नियन्त्रित करने वाली संरचनाओं में माना जाता है जिसका प्रयोग आज भी किया जा रहा है। यह बाँध 329 मीटर लम्बा और 20 मीटर चौड़ा है। श्री रंगम टापू पहुँचने पर बाँध की धारायें दो भागों में बँट जाती हैं और उत्तरी धारा कोल्लिदम पूमपुहार में बंगाल की खाड़ी में समाप्त होती है।