उदयगिरी की गुफाएं भुवनेश्वर और कटक जिले के करीब सुरम्य पहाड़ियों पर स्थित हैं। उदयगिरि में कुल 18 गुफाएं मिली हैं तथा वे भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उच्च सुरक्षा में रखी जाती हैं। ये गुफाएं जो जैन भिक्षुओं के आवासीय प्रयोजनों के लिए राजा खारवेल द्वारा बनवाई गई थीं, प्राचीन वास्तुकला की अद्वितीय कृतियां हैं। खास बात यह है कि उदयगिरी की गुफाएं दूसरी शताब्दी ई.पू. की हैं।
भव्यता से खुदी हुई तथा बेहद खूबसूरती व स्पष्टता से बनाई गई मूर्तियां, इन गुफाओं में कई बौद्ध पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। हाल ही में की गई खुदाई में प्राप्त बौद्ध मठों और स्तूपों की एक श्रृंखला भी यहां देखी जा सकती है। बौद्ध पर्यटकों की भीड़ यहां जुटती है। सभी गुफाओं में से रानीगुम्फा, हाथीगुम्फा तथा गणेशगुम्फा बहुत नक्काशीयुक्त हैं तथा यहां पाये गये शिलालेख शासक खारवेल के शासनकाल से संबंधित कई प्राचीन ऐतिहासिक तथ्यों का अनावरण करते हैं।
दूसरी गुफाओं में भी कई सुंदर मूर्तियां देखने को मिलती हैं। उदयगिरी की गुफाओं से सटी खांडनगिरी की गुफाएं भी इस स्थान को घूमने लायक स्थान बनाती हैं। ये गुफाएं सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक भ्रमण के लिए खुली रहती हैं।