पद्माक्षी मन्दिर एक प्राचीन संरचना है जो 12वीं शताब्दी की है। यह मन्दिर पद्माक्षी देवी को समर्पित है। स्थानीय लोग तथा पर्यटक समान रूप से इसके वास्तुकला की राजसी प्रकृति तथा धार्मिक महत्व की सराहना करते हैं। मन्दिर के प्रवेशद्वार पर ही काले ग्रेनाइट का बना एक चौकोर खम्भा है।
इसे अन्नाकोण्डा खम्भा कहते हैं। खम्भे पर स्थित नक्काशियों और शिलालेखों के कारण कई लोग इसे मूल रूप से जैन देवी क्डालाया को समर्पित जैन तीर्थ स्थान मानते हैं। खम्भों की सतहें, देखने पर आश्चर्य करने वाली हैं और साल के हर समय आने वाले यात्रियों को समूह को इस संरचना के कलाकौशल की सराहना करते देखा जा सकता है।