रंगपानी गाँव मेघालस के पश्चिमी गारो हिल्स जि़ले में एक सुंदर पारिस्थितिक स्थान है। महान मुगल सम्राट औरंगज़ेब की सेना के जनरल, मीर जुमला के पार्थिव अवशेष अभी भी यहाँ मौजूद है। पूर्वोत्तर में भ्रमण से लौटते समय मीर जुमला की मलेरिया से मौत हो गई थी। इस गाँव के मुस्लिम संगठन उसकी कब्र की देखरेख करते हैं।
रंगपानी न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए बल्कि इस जगह की शानदार प्रकृतिक सुंदरता के लिए बहुत लोकप्रिय है। ताज़ी हवा के साथ शांत वातावरण बहुत सुकून देता है। कुछ दूरी पर स्थित गहरी हरी पहाडि़याँ और उनमें से निकलती हुई संकरी गलियाँ बहुत सुंदर लगती हैं।
रंगपानी असम सीमा पर मनकाचर के पास तुरा से 40 कि.मी. दूर स्थित है। तुरा से टूरिस्ट वाहन लेकर आना यहाँ पहुँचने का सबसे अच्छा तरीका है।