अचंकोविल नदी के किनारे स्थित पंडलम् महल पंडलम् के राजसी परिवार का घर था। यह महल पंडलम् में अडूर से 10 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस महल के राजसी परिवार को केरल के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। ऐसा विश्वास है कि वे मदुरै के पांड्य राजाओं के वंशज हैं।
पंडलम् महल का सिर्फ ऐतिहासिक महत्व ही नहीं है बल्कि इसका धार्मिक महत्व भी है। किवदंतियों के अनुसार भगवान अय्यप्पा राजा पंडलम् के यहाँ पैदा हुए थे। अचंकोविल नदी के किनारे एक मंदिर स्थित है जो भगवान अय्यप्पा को समर्पित है।
यह मंदिर प्रसिद्द सबरीमला मंदिर के समान है। इस क्षेत्र में प्रमुख रूप से मनाया जाने वाला त्यौहार मकराविलाक्कू है। त्यौहार से तीन दिन पहले भगवान अय्यप्पा के पवित्र गहने एक भव्य जुलूस के साथ पंडलम् महल से सबरीमला ले जाए जाते हैं। देवत्व के साथ ही विविध रंगों वाले त्यौहार पंडलम् महल को यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य बनाते हैं।