एडाथुआ चर्च, जिसे सेन्ट जॉर्ज कैथोलिक चर्च या एडाथुआ पल्ली के नाम से भी जाना जाता है, ईसाइयों के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। पम्बा नदी की एक सहायक नदी के तट पर बसे इस पूजाघर की भौगोलिक स्थिति के साथ-साथ इसकी वास्तुकला भी सुन्दर है।
लगभग दो सौ साल पुराने इस चर्च की बनावट मध्यकालीन यूरोपीय चर्चों के समान है। यहाँ मनाया जाने वाला वार्षिक उत्सव केरल के विभिन्न भागों तथा पड़ोसी राज्यों से भी लोगों को आकर्षित करता है। वास्तव में यही उत्सव इस क्षेत्र की आर्थिक सुदृढ़ता का प्रमुख कारण है।
यह दस दिवसीय उत्सव 27 अप्रैल को शुरू होकर 7 मई तक चलता है। सेन्ट जॉर्ज की सुन्दर मूर्ति को सोने से सजाया जाता है और भक्तों को आशीर्वाद देने के लिये बेसिलिका के केन्द्र में लाया जाता है। चर्च तक पहुँचने के लिये प्राइवेट टैक्सियाँ उपलब्ध रहती हैं।