बलराम अम्बाजी वन्यजीव अभ्यारण्य गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित है। क्षेत्र के विपरीत सिरों पर स्थित बलराम और अम्बाजी मन्दिरों के कारण ही अभ्यारण्य का यह नाम पड़ा। इस अभ्यारण्य को गुजरात सरकार द्वारा वन्यजीवों और उनके वातावरण के उत्थान तथा विकास के लिये 7 अगस्त 1989 में स्थापित किया गया था।
अभ्यारण्य में दुर्लभ जन्तुओं तथा पक्षियों का विशाल संग्रह है जिनमें आलसी भालू, साही, पट्टीदार हाइना, ब्लूबुल, लोमड़ी, भारतीय मुश्कबिलाव और भारतीय पैंगोलिन आदि शामिल हैं। क्षेत्र में कडाया, गुग्गल और मूसली जैसे कई औषधीय पौधे भी पाये जाते हैं।