संदिश पर्वत में 30 पुराने पार्क और चिडियाघर है। यह खानजारपुर में स्थित है। संदिश परिसर में एक दूरदर्शन सेंटर स्थित है।
मां काली मंदिर, मलयपुर गांव के भरहाट ब्लॉक में स्थित है। यह मंदिर,यहां आने वाले हर पर्यटक के खास आकर्षण होता है। इस मंदिर में देवी काली की आराधना की जाती है। हर साल यहां काली मेला लगता है जिसमें दूर - दूर से पर्यटक आते है और शामिल होते है।
कुप्पा का अर्थ होता है - गुफा या सुरंग और घाट। यह एक स्थान है जो नदी के तट पर स्थित है। कुप्पा घाट, गंगा नदी का एक तट है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, महान संत महर्षि जी ने इस गुफा में कई महीने चटाई पर बिताएं थे। कुप्पाघाट में खूबसूरत बगीचे है...
विक्रमशिला यूनीवर्सिटी, भारत की प्राचीन बौद्ध शिक्षा देने वाली दो यूनीवर्सिटी में से एक है जिसे पाल वंश के दौरान स्थापित किया गया था। विक्रमशिला यूनीवर्सिटी की स्थापना, राजा धर्मापाल ने की थी, जब उन्होने नालंदा में शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट...
विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य, गंगा की डॉल्फिनों से भरा एक प्रमुख आकर्षण स्थल है। इन जीवों को वर्तमान में लगभग लुप्तप्राय घोषित कर दिया गया है। इस अभयारण्य में मीठे पानी वाले कछुए और 135 अन्य प्रजातियों के जीव रहते है। यहां का यात्रा का...
बुरहानाथ मंदिर को दुधेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है जो एक ऐतिहासिक मंदिर है और भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है।
विक्रमशिला सेतु, गंगा पर निर्मित एक पुल है जिसका नाम विक्रमशिला यूनीवर्सिटी के नाम पर रखा गया था। विक्रमशिला सेतु, भारत का तीसरा सबसे बड़ा पुल है और यह राष्ट्रीय राजमार्ग 80 और 31 के समानांतर और गंगा के विपरीत दिशा में बनाया गया है। यह पुल, भागलपुर के परिवहन...
खानगाह - ए - शाहबजिया, मुसलमानों के एक पवित्र स्थल है। इस स्थल के बारे में कई फारसी और अरबी किताबों में उल्लेख मिलता है। खानगाह - ए - शाहबजिया के पास में ही एक लाइब्ररी स्थित है जिसमें कई पारसी और अरबी किताबें है जो यहां की सुंदरता और महत्व में...
महर्षि मेही आश्रम, गंगा नदी के किनारे पर स्थित है। कुप्पाघाट, भागलपुर में महर्षि मेही आश्रम का धार्मिक स्थल के रूप में विशेष स्थान है जहां हर साल हजारों पर्यटक दर्शन करने आते है। महर्षि मेही के अनुयायी, हर साल यहां गुरूवार पूर्णिमा के अवसर पर कई...
अजगईविनाथ धाम को गाईबिनाथ महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है जो भागलपुर का सबसे प्रसिद्ध है। यहां भगवान शिव की आराधना की जाती है। इस मंदिर का अस्तित्व अभी तक एक रहस्य बना हुआ है। कुछ लोगों का मानना है कि स्वंभू धाम है। अजगईविनाथ धाम, एक...
मंदार पर्वत, लगभग 700 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक छोटा सा पहाड़ है। इस पहाड़ को मंदार हिल के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू और जैन धर्म के अनुयायी के लिए इस पहाड़ पर मंदिर बने है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस पहाड़ पर एक ज्योर्तिलिंग स्थापित किया गया था, और...
गुरान शाह पीर बाबा की दरगाह, क चैरी चौक के पास में स्थित है और यह उनके अनुयायियों के बीच अत्यधिक प्रसिद्ध है। यहां सभी धर्मो- हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और ईसाई के लोग दर्शन करने आते है। हर शुक्रवार को यहां भारी भीड़ लगती है। लोग इस दिन पीर बाबा की दुआ लेने...
माउंट मंदारा, एक पहाड़ का नाम है जिसका उल्लेख हिंदू पुराणों में समुद्र मंथन के दौरान मिलता है। पुराणों में इस पहाड़ी के बारे में कई बार वर्णन हुआ है, इसे भगवान कृष्ण का उनके विध्वंसक अवतार में निवास स्थान भी बताया गया है।
इस पहाड़ी की...