चंदेरी के राजमहल को बनाने वाले दो किलो में से एक रानी महल है। दोनों महलों में रानी महल छोटा है। यह चार मंज़िला इमारत है जो एक गुप्त रास्ते से राजा महल से जुड़ी हुई है।
यद्यपि ये दोनों महल पास पास बने हैं फिर भी इनकी वास्तुकला की शैली और डिज़ाइन अलग अलग हैं। रानी महल वास्तुकला की बुंदेली शैली को प्रदर्शित करता है। हालाँकि यह ज्ञात नहीं है कि इस महल का निर्माण कब हुआ था परंतु ऐसा विश्वास है कि इसका निर्माण 16 वीं शताब्दी से पहले हुआ था।
यह महल एक बंद संरचना है जिसके चारों और एक बड़ा आँगन है। इसके गलियारे बड़े हैं जिसमें सुंदर स्तंभ हैं। छत मंडपों से बनी हुई है जिसका उपयोग वॉच टॉवर की तरह किया जाता था। यह महल बुड्ढीमत्तापूर्ण वास्तुकला की कई विशेषताओं को प्रदर्शित करता है। उदाहरण के लिए दरारों वाली खिडकियों का निर्माण सुंदरता के लिए नहीं बल्कि महल की सुरक्षा की दृष्टि से किया गया था।