डिगबोई तेल शताब्दी संग्रहालय तेल शहर डिगबोई में स्थित है और असम में तेल की सर्वप्रथम खोज का प्रतीक है। डिगबोई तेल शोधन कारखाना भारत का सबसे पहला तोलशोधन कारखाना था। खोजा गया तेल का कुँआ जो भारत में वाणिज्यिक रूप से सक्षम था, इस संग्रहालय के समीप ही स्थित है। यह महत्वपूर्ण कुँआ 1889 में खोजा गया था। संग्रहालय का उद्घाटन वर्ष 2002 में असम ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा किया गया था।
तेल सम्बन्धी मशीनों और पम्प को संग्रहालय में संरक्षित और प्रदर्शित किया गया है। संग्रहालय में विद्युत गृहों, तेलशोधन कारखानों और तेल कुओं से सम्बन्धित मशीनें रखी हैं। संग्रहालय में एक विशाल दीर्धा है जहाँ पर कई विशिष्ट चित्र प्रदर्शित हैं। यहाँ पर प्रदर्शित चित्र भारत के इतिहास में तेलशोधन कारखानों के विकास की लम्बी यात्रा पर ले जाते हैं। यह इस बात को दिखाता है कि डिगबोई ने विश्व के नक्शे पर कैसे अपना स्थान बनाया।
यह संग्रहालय भारत में अपनी तरह का अकेला है। असम में तेल उत्पादन के इतिहास और तेल तथा गैस सम्बन्धित अन्य तथ्यों की जानकारी संग्रहालय से प्राप्त की जा सकती है। तेल तकनीक से सम्बन्धित आधुनिक जानकारी भी यह केन्द्र उपलब्ध कराता है। असम तेल प्रभाग के एक प्रबन्ध निदेशक ने इस संग्रहालय की परिकल्पना की खोज की थी।