वल्लारपदम चर्च एर्नाकुलम का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है । इसे ऑवर लेडी ऑफ रैनसम के नाम भी जाना जाता है। यहां के लोगों द्वारा प्यार से ईसा की मां मेरी को वल्लार्पदाथाम्मा के नाम से पुकारा जाता है । इस चर्च में केरल राज्य के अलावा भी अन्य राज्यों से लोग दर्शन करने आते हैं।
इस चर्च का निर्माण 1524 में कुछ पुर्तगाली मिशनरियों द्वारा किया गया था। हालांकि, 1676 में एक भारी बाढ़ ने इस चर्च को नष्ट कर दिया है, और तब उस समय एक ही वर्ष में पुर्तगाली ने चर्च में वर्जिन मैरी की तस्वीर बनवाई और उसे स्थापित किया।
वर्तमान में ये चर्च ईसाईयों का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जिसे 1884 13 वें पोप द्वारा एक विशेष चर्च का दर्जा दिया गया है। यहाँ के लोगों द्वारा ये माना जाता है की मदर मैरी प्राकृतिक आपदा से उनकी रक्षा करती हैं। यहाँ हर साल 24 सितम्बर को एक विशाल दावत का आयोजन किया जाता है जिसमें भारत के अलावा दूसरे देशों से भी लोग आकर मदर मैरी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।