कोटकपुरा का नाम इसके संस्थापक नवाब कपूरा सिंह के नाम पर पड़ा। इसे सफेद सोने के शहर के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहाँ कॉटन (कपास) का बहुत बड़ा बाज़ार है जो विश्व के सर्वोत्तम बाज़ारों में से एक है। यहाँ का सबसे अधिक भीड़ भाड़ वाला बाज़ार शास्त्री बाज़ार या माहेश्वरी स्ट्रीट है जिसकी स्थापना माहेश्वरी परिवार ने 1875 में की थी।
इस शहर का इतिहास लुभावना है जो इसके किलों के माध्यम से प्रदर्शित होता है। ये किले उन लोगों के लिए पर्यटन का आदर्श स्थान है जो कोटकपुरा के घटनापूर्ण अतीत में चुपके से झांकना चाहते हैं। वे लोग जो गुरु हर गोबिंद सिंह जी और नवाब कपूरा सिंह के जीवन के बारे में जानना चाहते हैं उन्हें इस शहर की सैर अवश्य करनी चाहिए।
यहाँ अनेक धार्मिक आकर्षण हैं जैसे दुर्गा मंदिर, गुरुद्वारा गोदावरी सर पटशाही, शिव गुफा मंदिर और श्री राधा कृष्ण मंदिर। इसके अलावा यहाँ पर्यटन के अन्य आकर्षणों में कोठे द वाले, संधवान, धिल्वन कलां, पंजग्राजन कलां, घानियन वाला, हरी नाऊ, मधक, खारा और मट्टा शामिल हैं।