दोद्दबल्लापुर के पास घाटी सुब्रमण्य मंदिर बेंगलूरु शहर से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बेंगलूरु के ग्रामीण जिले में बसा है। काफी समय से यह मंदिर तीर्थ यात्रियों के बीच काफी मशहूर रहा है और इतना समय बीतने पर भी यहाँ के देवों की महत्ता बरकरार है। आज भी भक्तजन रोज़ मंदिर जाते हैं।
मंदिर की विशेषता
यहाँ के मुख्या देवता सुब्रमन्य और लक्ष्मी नारायण हैं। इस मूर्ती में कुछ अनूठी बात है। एक ही मूर्ती में दोनों देवताओं की नक्काशी की गयी है, जिसमें सुब्रमण्य पूरब मुखी हैं और लक्ष्मी नारायण पश्चिम मुखी। भक्तजन युक्तिपूर्वक रखे दर्पण की मदद से लक्ष्मी नारायण के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर की वास्तुकला और त्यौहार और उत्सव भी पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है।
घाटी सुब्रमण्य के आस पास के पर्यटक स्थल
घाटी सुब्रमण्य मंदिर के दर्शन के साथ साथ सुन्दर ग्रामीण क्षेत्र के नज़ारे का मज़ा भी उठाया जा सकता है। इसके साथ साथ दोद्दबल्लापुर में कई और मंदिर भी हैं जो महज़ 12 किलोमीटर की दूरी पर हैं। नंदी हिल का दौरा भी किया जा सकता है।
कैसे जाएं घाटी सुब्रमण्य
मंदिर से निकटतम हवाईअड्डा बेंगलूरु अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा है। इतना ही नहीं बेंगलूरु से दोद्दाबल्लापुर तक बसें भी चलती हैं। दोद्दबल्लापुर से घाटी सुब्रमन्य पहुँचने के लिए आपको स्थानीय यातायात पर निर्भर रहना पड़ सकता है, और निकटतम रेलवे स्टेशन माकली दुर्गा में है।
घाटी सुब्रमण्य जाने का सबसे अच्छा समय
घाटी सुब्रमण्य जाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का मौसम है इस दौरान यहां का मौसम भौत अच्छा रहता है।