मान मंदिर महल ऐतिहासिक महत्व का स्थान है। इससे कई हृदय स्पर्शी कहानियाँ भी जुडी हुई हैं। यह हिंदू वास्तुकला के साथ मिश्रित मध्ययुगीन वास्तुकला का अच्छा उदाहरण है। इस संरचना में चार मंजिलें हैं जिसमें से दो मंजिलें भूमिगत हैं।
इसका आकार गोलाकार है। इसका निर्माण तोमर राजवंश के राजा मान सिंह तोमर ने 15 वीं शताब्दी में करवाया था। बाद में यह अनेक राजवंशों के हाथ से होकर गुज़रा जैसे राजपूत, दिल्ली सल्तनत, मुग़ल, मराठा, ब्रिटिश और सिंधिया। इसे पेंटेड हाउस भी कहा जाता है जिसमें फूलों, पत्तियों, जानवरों, मनुष्यों के रंगबिरंगे चित्र बने हुए हैं। महल के अंदर एक गोलाकार कारागृह है।
इसी स्थान पर औरंगज़ेब ने अपने भाई मुराद का खून किया था। यहाँ एक तालाब भी है जिसे जौहर तालाब कहा जाता है जहाँ राजपूत पत्नियां सती होती थी।