स्ह्याद्री पर्वतमाला से घिरा हुआ एक अनोखा हिल स्टेशन है, इगतपुरी। यह नासिक जिले में स्थित है और महाराष्ट्र राज्य का सबसे खूबसूरत तथा पसंदीदा हिल स्टेशन है।
इगतपुरी आने पर ज़रूर देखें
इगतपुरी अपने प्राचीन और स्थानीय मंदिरों के लिए जाना जाता है। इगतपुरी आने पर घाटनदेवी मंदिर ज़रूर देखना चाहिए। घाटों की रक्षक घाटनदेवी को समर्पित इस मंदिर से नीचे की घाटी और स्ह्याद्री पर्वतमाला के खूबसूरत नज़ारे देखे जा सकते हैं। यहां आने पर विपास्सना केंद्र ज़रूर जाइए- एक केंद्र है जहाँ ध्यान योग का पूरा कोर्स करवाया जाता है और आप सालों से हो रहे इस योग का महत्व जान सकते हैं।
अगर आप इतिहास और वास्तुकला के प्रेमी हैं तो आपको त्रिंगलवाड़ी किला अवश्य देखना चाहिए। समुद्रतल से 3000 फीट ऊपर बने इस शाही किले से आप नीचे बसा पूरा इगतपुरी शहर और स्ह्याद्री पर्वतमाला का अद्भुत व मनभावन नज़ारा देख सकते हैं।
शिवाजी महाराज के जीवन को दर्शाता, वालावलकर संग्रहालय एक अनोखा संग्रहालय है जो आपको ज़रूर पसंद आएगा। यहां आने पर अगर आपने वड़ा पाव नहीं खाया तो समझिए कुछ नहीं खाया।
इगतपुरी - जहाँ प्रकृति अपने चरम पर है
1,900 फीट की उँचाई पर, निर्मल झरनों और घने जंगलों के कारण इस जगह की खूबसूरती देखते ही बनती है। शहरीकरण न होने के कारण इस जगह की वायु बहुत निर्मल है। यहाँ अक्सर आने वाले यात्री इस बात से सहमत होंगे कि यहाँ आने पर भागदौड़ भरी जिंदगी की थकान दूर हो जाती है।
त्रिंगलवाड़ी किले के पास स्थित त्रिंगलवाड़ी झील के किनारे आप अपने परिवार के साथ एक शात शाम बिता सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यहां अनेक प्रकार के पेड़-पौधें और पक्षियों की प्रजातिया हैं। इस जगह पर ट्रैकिंग के लिए भी बहुत सारे स्थल हैं।भत्सा नदी घाटी, एक और ऐसी जगह है जहाँ आप शाति से कुछ पल बिता सकते हैं। खूबसूरत वैतरणा बांध सारे शहर के लिए न केवल पानी का स्रोत है बल्कि घूमने के लिए एक अच्छी जगह भी है। कैमल घाटी पर आप रिवर राफ्टिंग और रिवर क्रासिंग जैसी गतिविधियों का मज़ा ले सकते हैं। यहां आने पर प्रकृति को निहारने और सूर्यास्त देखने जैसी गतिविधियों का मज़ा बढ़ जाता है। यहा आने वाले यात्री ट्रैकिंग और रिवर राफ्टिंग का मजा़ ले सकते हैं।
इगतपुरी - कुछ अन्य तथ्य
इगतपुरी का मौसम पूरा साल सुहावना और स्वास्थ्यप्रद रहता है। कुछ समय की गर्मिया बहुत गर्म ओर सूखी हो सकती हैं। इस समय अक्सर लोग यहां नहीं आते।इसके बाद आने वाला मानसून राहत लेकर आता है। इस समय इगतपुरी एक हरे स्वर्ग में बदल जाता है जहाँ दूध जैसे सफेद झरनों के कारण यहाँ का दृश्य देखते ही बनता है। यहां आने के लिए सर्दियों का समय भी ठीक है, क्योंकि इस समय तापमान घूमने, ट्रैकिंग और नज़ारें देखने के लिए उपयुक्त होता है।
हवाई यात्रा पसंद करने वालों के लिए, लगभग 140कि.मी. दूर मुंबई का छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा सबसे निकटतम अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। भारत से ही आने वाले यात्रियों के लिए सबसे पास नासिक का घरेलू हवाई अड्डा है। महाराष्ट्र तथा दूसरे राज्यों के शहरों से यहाँ आने के लिए नियमित रेलगाड़ियां उपलब्ध हैं।
स्थानीय रेलगाड़िया केवल कसार तक ही जाती हैं। जहाँ से पहाड़ी तक जाने के लिए आपको बस लेनी होगी या फिर शुरु में ही आप लंबे रूट की बस ले सकते हैं।सड़कमार्ग से आने के लिए, अपनी गाड़ी से आप सुंदर घाटों से होते हुए इस जगह पहुँच सकते हैं या फिर अपने शहर से आप बस ले सकते हैं।
घाटों के रास्ते से आना थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन इसके बदले में मिलने वाले आनंद की यह बहुत कम कीमत होगी।अपनी भीड़-भाड़ वाली शहरी जि़दगी की थकान मिटाने के लिए आप चाहे वीकेंड पर आए या फिर अपने परिवार के साथ गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने आए, इगतपुरी आपको और ज़्यादा समय बिताने के लिए मजबूर कर देगा। इस छोटी सी जगह की यही खासियत है।