मीनाक्षी सुंदरेश्वर मंदिर, कराईकुडी में स्थित है जो पूरे देश में सबसे अच्छा मंदिर है। इस मंदिर को शुरूआत में कुलासेकारा पंडायान के द्वारा बनवाया गया था लेकिन बाद में इसे नष्ट कर दिया गया। बाद में इस मंदिर का पुर्ननिर्माण विश्वनाथ नैकर ने 16 सदी में शुरू करवाया और तिरूमल नायाकर ने इसे पूरा करवाया।
वर्तमान में इस मंदिर को संगमरमर की सुंदर संरचना के रूप में देखा जा सकता है। इस मंदिर को उस काल के हिसाब से उत्तम वास्तुकला में बनाया गया था। मंदिर परिसर में 12 बड़े गोपुरम बने है, जिनमें से 4 तो काफी सुंदर और अच्छे है। इस मंदिर के खंभे बेहद सुंदर नक्काशी और कलाकृति से बने हुए है।
हर खंभे पर अलग - अलग संगीत नोट लिखे हुए है। यहां पर एक तालाब भी बना हुआ है जिसमें काफी मात्रा में कमल के फूल खिलते है। यह मंदिर भगवान सुंदरेश्वर को समर्पित है जिनकी पूजा एक लिंग के रूप में की जाती है।