कोवलम में स्थित यह प्रकाशस्तंभ कई ऐतिहासिक परिवर्तनों का एक मूक गवाह रहा है जो इस स्थान से किये गए हैं। यह लाइटहाउस ‘विहिंगम लाइटहाउस’ या ‘विलिंगम लाइटहाउस’ के नाम से भी जाना जाता है। पर्यटक इस पर चढ़ कर शक्तिशाली अरब सागर के विशाल फैलाव की खूबसूरत तस्वीरें निकालना पसंद करते हैं। वास्तव में यह लाइटहाउस पूरे भारत का सबसे अधिक देखे जाने वाला लाइटहाउस है। यही वजह है कि इसके सबसे पास वाला बीच 'लाइटहाउस बीच' कहलाता है।
पत्थरों से बने इस लाइटहाउस को लाल और सफेद रंग के बैंड से कलर किया गया है, इसकी ऊँचाई ११८ फुट है। यह लाइटहाउस अभी भी कार्यरत है और जलमार्ग पर चलने वाले जहाज़ों को रास्ता दिखाता है। १९७२ में इस लाइटहाउस का जीर्णोद्धार किया गया था और दूसरी बार २००३ में, जब इसे एम/एस बीबीटी द्वारा दिए गए उपकरणों लैस किया गया था। प्रकाशस्तंभ के ऊपर से तीन कोवलम बीचों को अलग करने वाली लकीरें साफ़-तौर पर समझी जा सकती हैं।