मयूरभंज में पर्यटन, नायाब स्थलों की सैर और अच्छे स्थानों का भ्रमण प्रदान करता है। यहां मनाएं जाने वाले त्यौहारों में दूर - दराज के पर्यटक और लोग, पूरे जोश और भावना के साथ यहां इक्ट्ठा होते है और उत्सव का आनंद उठाते है। यहां मनाएं जाने चैत्र पर्व त्यौहार में कई प्रतिभाशाली लोग यहां आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते है। प्रतिभा की असली पहचान करने वाले और भाग लेने वाले प्रतिभागी यहां इस अवसर पर आते है।
मयूरभंज और उसके आसपास स्थित पर्यटन स्थल
मयूरभंज, चारों तरफ से ऐसे स्थलों से घिरा हुआ है कि वहां हर स्थान पर कुछ न कुछ नया और अनोखा है, कहीं स्वाद और ज़ायका अच्छा है तो कहीं की पर्सनालिटी फेमस है। मयूरभंज पर्यटन पूरी तरह से बारीपदा पर निर्भर है जो मयूरभंज की राजधानी है और यहां सिमिलिपाल राष्ट्रीय पार्क स्थित है। देवकुंड के सबलाइम दृश्य, दिल को थाम लेने वाले है। पर्यटक, मयूरभंज में खिंचिंग में आकर कई पर्यटन स्थलों के साथ - साथ मंदिरों में भी दर्शन कर सकते है।
मयूरभंज - एक खनिज स्वर्ग
मयूरभंज सदैव से ही खासी खनिज भंडार के कारण, ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है। खनिज संसाधन से भरपूर होने के कारण मयूरभंज की अर्थवयवस्था पूरी तरह से इस पर निर्भर करती है। मयूरभंज का इलाका पूरी तरह से हरियाली, नदियों और पहाडियों से घिरा हुआ है जो एक सुंदर दृश्य प्रदान करता है।
मयूरभंज क्षेत्र में भारी संख्या में खानें है, इसलिए यहां के परिदृश्यों की गुणवत्ता को जीवित और सम्पन्न बनाएं रखने के लिए सिमलीपाल राष्ट्रीय पार्क का स्थापित किया गया, इसकी मदद से मयूरभंज के पर्यटक को खास बनाया जाता है।
मयूरभंज - जीवन का एक उत्सव
मयूरभंज की यात्रा, जीवन में उत्सवों को वापस ला देती है। मयूरभंज में साल भर किसी न किसी त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है और यहां के लोग इस दौरान काफी नृत्य करते है। यहां के लोगों की ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत यहां नाश्ते में खाया जाने वाला मुदही ( पफ्ड राइस ) होता है।
पर्यटक यहां आकर एक विशेष प्रकार की प्लेट या कटोरे में, जिसे साल के पत्तों से बनाया जाता है, उस पर भोजन कर सकते है। बारीपदा में रथ यात्रा, उड़ीसा के पुरी रथ के उत्सव के बाद दूसरे नम्बर पर आता है।
उत्सवों के दौरान यहां आकर पर्यटक, मयूरभंज के सभी रंगों को उत्साह और हर्षोल्लास के साथ देख सकते है। मयूरभंज का छाऊ नृत्य, यहां के नृत्य का एक प्रकार है जो यहां की अद्वितीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है।
मयूरभंज तक कैसे पहुंचे
उड़ीसा राज्य का सबसे बड़ा जिला होने के कारण, मयूरभंज में यातायात के साधनों की कोई कमी नहीं है। यह प्रदेश और देश के कई हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इस जिले से नियमित रूप से रेल और सड़क नेटवर्क जुड़ा हुआ है जिससे स्थानीय और बाहरी पर्यटकों को सैर करने में सुविधा होती है। ब्रिटिश औपनिवेश के दौरान मयूरभंज में पहले एयरपोर्ट का निर्माण करवाया गया था, जिसका रनवे 2 किमी. में फैला हुआ था, यह एयरपोर्ट आज भी मयूरभंज में खड़ा है।
मयूरभंज की यात्रा का सबसे अच्छा समय
मयूरभंज की यात्रा का सबसे अच्छा समय सितम्बर और मार्च के दौरान रहता है, इस दौरान तापमान काफी कम और आर्द्रता रहित होता है।