पन्हाला एक अनोखा हिल स्टेशन है जो महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर जिले में स्थित है। यह समुद्र सतह से लगभग 3200 फीट की ऊँचाई पर है और इसे राज्य का सबसे छोटा शहर होने का श्रेय प्राप्त है।पन्हाला का इतिहास हमें मराठा साम्राज्य के प्रतिष्ठित शासक महान शिवाजी महाराज के नेतृत्व के समय में वापस ले जाता है। यह स्थान इसलिए ही प्रसिद्द है क्योंकि शिवाजी ने केवल यहाँ 500 दिन बिताए थे। बाद में 1827 में पन्हाला ब्रिटिश लोगों के अधीन हो गया।
पन्हाला – एक ऐतिहासिक आकर्षण
पन्हाला किला एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। सजा कोठी – जिसका अर्थ है सजा देने का कमरा – किले का सबसे पेचीदा हिस्सा है जहाँ से शिवाजी महत्वपूर्ण तरीके से बच निकले थे। प्रवेश के स्थान पर तीन दरवाज़ा है – केवल तीन गेट जहाँ से इस राजसी महल में प्रवेश किया जा सकता है। इस प्रवेश द्वार की दीवारें बड़ी, दुहेरी और ऊँची हैं।
यह वही गेट हैं जहाँ से ब्रिटिश लोगों ने किले पर कब्ज़ा करने से पहले प्रवेश किया था। अंबरखाना एक अन्य किला है जो पुराने समय में अन्न भण्डार की तरह था। पास स्थित सोमेश्वर मंदिर अतीत की धार्मिक महिमा का उदाहरण है। ट्रेकिंग के लिए पन्हाला एक आदर्श स्थान है। शांतिपूर्ण, प्रदूषण मुक्त और सुंदर वातावरण के कारण यह एक आकर्षक स्थान है और कांक्रीट के जंगलों से बचने के लिए पन्हाला एक आकर्षक स्थान है।
यहाँ पाए जाने वाले किलों के कारण पन्हाला का हिल स्टेशन ट्रेकिंग के लिए आदर्श है और यहाँ कई तरह की ट्रेकिंग की गतिविधियाँ भी होती हैं। प्रकृति प्रेमियों को भव्य पन्हाला घाटी का सुंदर दृश्य बहुत लुभावना लगता है। यह स्थान लुभावना और शांतिपूर्ण है।
पन्हाला – कब, क्यों और कैसे वहाँ जाएँ
छोटे परंतु सुंदर पन्हाला हिल स्टेशन में साल भर मौसम सुखदायक होता है। गर्मियाँ बहुत ज़्यादा गर्म नही होती और ठंड भी आनंददायक होती है। मानसून की ताज़ा हवा, शांत माहौल, अदभुत झरनों और रहस्यवादी किलों के कारण इस स्थान का सौंदर्य और भी बढ़ जाता है। वर्ष के किसी भी समय अपने व्यस्त सप्ताह से एक छोटा सा ब्रेक लेने के लिए पन्हाला एक उपयुक्त जगह है। हालांकि यदि आप को बारिश अच्छी नही लगती तो आपको जुलाई और अगस्त में वहाँ नहीं जाना चाहिए।
पन्हाला तक परिवहन के सभी साधनों जैसे हवाई, रेल या रोड के द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। यह कोल्हापुर से इसकी निकटता के कारण संभव है जो महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर है। यदि आप हवाई यात्रा कर रहे हैं तो कोल्हापुर हवाई अड्डा सबसे निकटतम गंतव्य है जहाँ से आप टैक्सी द्वारा इस हिल स्टेशन तक पहुँच सकते हैं। रेल या रास्ते के द्वारा भी कोल्हापर निकटतम जंक्शन है क्योंकि अनेक इंटर सिटी तथा इंटर स्टेट बसें पन्हाला को महाराष्ट्र तथा महाराष्ट्र के बाहर विभिन्न शहरों और कस्बों से जोड़ती हैं।
पन्हाला एक प्रसिद्ध गंतव्य है जो हमारे भारतीय शासकों के अनोखे और साहसिक इतिहास को फिर से जीवित करता है। यहाँ चारों ओर फैले हुए किले सुंदर प्रकृति के साथ मिलकर इस स्थान को पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं। इस बात पर बहस करते हुए कि आप को अपनी अगली छुट्टी में इस स्थान के सैर करनी चाहिए कि नही अपना समय व्यर्थ न गवाएं क्योंकि इस बात की पूरी गारंटी है कि एक बार यहाँ पहुँचने पर आपकी सारी शंकाओं का समाधान हो जाता है क्योंकि इस स्थान का समृद्ध ऐतिहासिक आकर्षण आपको अपने में समा लेगा।