यह स्थान, कृषि और दुर्गा पूजा के लिए जाना जाता है। इस गांव में सामाजिक सौहार्द देखने को मिलता है। गांव की सुंदरता को 6 ग्राम पंचायतों के द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
मुश्रीग्रहरी, स्थानीय जनता के बीच एक प्रसिद्ध स्थल है जहां पर्यटक कई उत्सवों का आनंद उठा सकते है। यहां दुर्गा पूजा का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जाता है। इस शहर में मुहर्रम भी तरीके से मनाया जाता है।
बासुआरी, पूसा से मात्र एक किमी. की दूरी पर स्थित है। यह स्थान, सड़क और रेल मार्ग द्वारा आसानी से जुड़ा हुआ है। यहां भ्रमण करने के लिए कई स्थान जैसे - मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबानी और बेगुसाराई आदि है। इस गांव को यहां की प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता...
महामादा को पूसा ब्लॉक में विकास के तहत जाना जाता है और अन्य गांवों के लिए एक उदाहरण बन चुका है। इस गांव में लीची और आम भरपूर मात्रा में पैदा होते है। यह गांव बुदी गंदक नदी के तट पर स्थित है।
सुराउली में वंसत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजा का भव्य आयोजन किया जाता है। इस स्थान पर तीन दिवसीय मेला लगता है जिसे देखने दूर - दूर से लोग आते है।
बखरी बुजुर्ग में भारी मात्रा में तम्बाकू, मैज, चावल और गेंहू का उत्पादन किया जाता है। यहां की भूमि काफी उपजाऊ है। बखरी बुजुर्ग, मुश्रीग्रहरी मुख्य बाजार से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है।
मोरवार एक छोटा सा गांव है जो दरभंगा जिले से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है और यह रोसेरा से 21 किमी. की दूरी पर स्थित है। कोई भी पर्यटक यहां आकर चिलवारा चौर झील की सुंदरता पर मंत्रमुग्ध हो सकता है और यहां के पानी में खिलने वाले कमल के फूलों को निहार सकता है।...
पूरे भारत में कबीर के कुल 15 मैथ है, इनमें से दो रोसधा में स्थित है। कबीरपंथी आज भी यहां आकर उनको श्रद्धाजंलि देते है और उनके सिखाएं ज्ञान को आत्मसात करते है।
शिवाजीनगर को धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्ञान का स्थान माना जाता है। प्रसिद्ध दर्शनार्थी, उदयानाचार्य ने इसी जगह पर दर्शनशास्त्र का ज्ञान दिया था। कई दर्शनार्थी और पर्यटक यहां की सैर पर आते है।
मंगलगढ़, समस्तीपुर के हसनपुर ब्लॉक में दुधपारा के पास स्थित है जहां भगवान बुद्ध ने बौद्ध धर्म के लिए उपदेश दिए थे और राजा मंगलदेव के आग्रह पर कुछ दिनों तक यहां ठहरे भी थे। कई बौद्ध तीर्थयात्री यहां की यात्रा पर आते है।
मालीनगर गांव, दरभंगा जिले के पास में स्थित है जो यहां बने भगवान शिव के मंदिर के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव की 5 फीट ऊंची मूर्ति रखी हुई है जो देखने में अत्यधिक सुंदर है। शिव भक्त इस मंदिर में दर्शन करने आते है। इस गांव में...
खाराहिया एक छोटा सा गांव है जो समस्तीपुर के रोसरा घाट रेलवे स्टेशन से 9 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस जगह का नाम मिनी कोलकाता भी है। यहां मिर्च की खेती बड़े स्तर पर की जाती है। यहां के परिश्रमी किसान, आधुनिक तकनीकी की मदद से अपने काम को करते है।...
काबई, दरभंगा जिले में मानीगच्ची ब्लॉक में स्थित जगह है जिसे पैठान काबई के नाम से जाना जाता है और यहां पर्यटन सैर के लिए आते है।
करियान , रोसेरा घाट रेलवे स्टेशन के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित है। इस स्थान पर 2 और 6 वीं शताब्दी की काफी वस्तुएं रखी हुई है। करियान में धार्मिक मान्यता है। यहीं पर उदयचार्य का जन्म हुआ था, जिन्हे भगवान विष्णु का एक...
दलसिंगसराई, समस्तीपुर जिले का उप - विभाग है। यहां उगाई जाने वाली सब्जियां और वनस्पतियां, पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यहां भारी मात्रा में गोभी, आलू, टमाटर, हरा साग और अन्य सब्जियां उगाई जाती है। यहां का मंडी, समस्तीपुर में...