साँची संग्रहालय की स्थापना वर्ष 1919 में सर जॉन मार्शल द्वारा की गई थी। कम जगह होने के कारण यहाँ की वस्तुओं को इनके मूल स्थान से हटाकर एक नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है। वस्तुओं के प्रदर्शन में सौंदर्यबोध बहुत महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि वस्तुओं को स्थानांतरित किया गया।
इस संग्रहालय में चार गैलरियां और एक हॉल है। अधिकतर वस्तुएं साँची से ही हैं, परन्तु कुछ वस्तुएं आसपास से भी ली गई हैं। आप संग्रहालय के अंदर मुख्य हॉल से प्रवेश कर सकते हैं। हॉल, मुख्य गैलरी की तरह है। गैलरी की उत्तरी दीवार पर सुंग काल और नागराज की छवि का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है। यह संग्रहालय प्रत्येक शुक्रवार को बंद रहता है। आप सुबह 10 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक संग्रहालय देख सकते हैं।