शिवानासमुद्र घूमने जाने वाले पर्यटकों को इस टापुई शहर का विशेष आकर्षण, शिवानासमुद्र झरना ज़रूर देखना चाहिए। यह ट्विन झरना है जो 1902 में बना था और एशिया के पहले जल विद्युत पॉवर स्टेशन पर स्थित है। शिवानासमुद्र झरना बारचुक्की और गगनचुक्की झरनों में बंट जाता है, जो 200 फीट की ऊंचाई से गिरता है कावेरी नदी में मिल जाता है। यह झरना देश का दूसरा बड़ा झरना माना जाता है और पृथ्वी के 100 श्रेष्ठ झरनों में इसकी गिनती होती है।
इस झरने को देखने आते समय पर्यटक होयसला अवधि के रंगनाथ स्वामी मंदिर भी घूम सकते हैं जो मध्य-रंग टापू पर स्थित है। लोगों को कावेरी नदी के ऊपर दो पुलों को पार कर रंगनाथ स्वामी मंदिर के दर्शन हो सकते हैं। जो लोग शिवानासमुद्र झरने पर खोज करना चाहते हैं, उन्हें इस स्थान पर जुलाई से अक्टूबर के बीच में आना चाहिए।