यदि प्रकृति के सौंदर्य के बीच अपनी छुट्टियां मनाना चाहते हैं तो कर्नाटक का शिवानासमुद्र जरूर देखें। शिवानासमुद्र या शिव समुद्रम, कर्नाटक के मंड्या जिले का पॉपुलर पिकनिक मनाने की जगह है। शिवानासमुद्र के अगर अक्षर पर जायें तो इसका मतलब होता है 'शिव का समुद्र', जो एक अनोखा टापू शहर है और यह कावेरी नदी पर बसा है।
द्वीप, फॉल्स और फन - शिवानासमुद्र के आस पास के स्थल
टापू, झरना और आनंद पर्यटकों के लिए यह एक प्रसिद्द गंतव्य है जो झरनों के लिए मशहूर है, और इन झरनों का नाम दुनिया के 100 श्रेष्ठ झरनों में दर्ज है। कावेरी नदी शिवानासमुद्र तक पहुँचने तक दो नदी- गगनचुक्की और बराचुक्की में विभाजित हो जाती है।
दोनों नदियां नीचे की ओर बहते हुए जोर पकड़ती हैं और करीबन 98 मीटर ऊँचे पहाड़ से गिरती हैं। गगनचुक्की झरना पहाड़ी के पश्चिमी ओर है जबकि बराचुक्की झरना पूर्वी तरफ स्थित है।
शिवानासमुद्र वाच टावर या दरगाह हजरत मर्दाने गैब से गगनचुक्की झरने का विहंगम दृश्य देखने को मिल सकता है। गगनचुक्की झरने से करीबन 1 किलोमीटर की दूरी पर बराचुक्की झरना पाया जाता है और यह अपने ज़ोरदार जलप्रवाह और तंग घाटियों के लिए जाना जाता है।
शिवानासमुद्र एक प्राचीन शहर है जो प्राचीन मंदिरों के लिए मशहूर है और यहाँ एशिया का पहला जल विद्युत पॉवर स्टेशन है, जो कोलर के गोल्ड माइन्स की बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बनाया गया था।
कैसे जाएं शिवानासमुद्र
शिवानासमुद्र रोड के द्वारा बंगलुरु जैसे गंतव्य स्थान से जुड़ा है।
शिवानासमुद्र जाने का सबसे अच्छा समय
शिवानासमुद्र जाने का सबसे सही समय जुलाई से अक्तूबर के बीच है।